स्क्रीन रीडर का उपयोग
|
मुख्य सामग्री पर जाए
|
|
|
|
English
|
सी.जी.एच.क्यू
एच.क्यू.सी.जी.सी.(प.तट)
एच.क्यू.सी.जी.सी.(पू.तट)
अंडमान एवं निकोबार
मुख पृष्ठ
»
प्रशिक्षण
»
सी जी टी सी
मुख पृष्ठ
हमारे बारे में
मिशन एवं आदर्श वाक्य
कर्त्तव्यों का घोषणा-पत्र
तटरक्षक चिन्ह
तटरक्षक संगठन
तटरक्षक ध्वज
राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त ध्वज
इतिहास
महानिदेशक भारतीय तटरक्षक
अपर महानिदेशक
त.र. कमांडर (प.तट)
त.र. कमांडर (पू.तट)
बल स्तर
पोत
वायुयान
हितकर भूमिका
खोज और बचाव
खोज एवं बचाव घटनाएं
एमईडीईवीएसी / सीएएसईवीएसी
एनएमएसएआरसीए
खोज एवं बचाव संगठन
बोर्ड के सदस्यों
एजेंसियों के समन्वय
प्रकाशन
मानवीय भूमिका
प्राकृतिक आपदा
अन्य सहायता
अंतर्राष्ट्रीय संक्रिया
विदेशों में तैनाती
अंतर्राष्ट्रीय दौरा
समझौता ज्ञापन
वैज्ञानिक समुदाय की सहायता
सशस्त्र भूमिका
समुद्री निगरानी
तटीय सुरक्षा
एएसएनसी
निषेध (मामले)
समुद्री पर्यावरण
तटीय सफाई
तेल बिखराव रिपोर्ट
ओलिव रिडले
हितधारकों के लिए लॉग इन
प्रशिक्षण
सिंहावलोकन
अफसर
भर्ती कार्मिक
सी जी टी सी
पाठ्यक्रम
कल्याण
एनजीआईएस
सीजीबीए
कैंटीन
विविध
समझौता ज्ञापन
सूचना का अधिकार
तटरक्षक कानून संग्रह
तटरक्षिका
हमारे बारे में
अध्यक्षा संदेश
उपाध्यक्षा संदेश
तटरक्षिका दिवस 2020 के अवसर पर अध्यक्षा का संदेश
पूर्व अध्यक्षा
गतिविधियां
सुरुचि
साक्षरता
संजीवन
सुरक्षा
संस्कार
स्नेहा
संचार
फोटो गेलरी
प्रकाशन
डाउनलोड
विविध
प्रतिक्रिया
फाइटिंग कोविद -19
तटरक्षक सूचना वाउचर
हमें संपर्क करें
ई-सेवा
स्वच्छ भारत
तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र
उत्पत्ति
भूमिका
पाठ्यक्रम
सम्पर्क
“कल आने वाली चुनौतियों के लिए प्रशिक्षण”
तटरक्षक में प्रशिक्षण को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोलने का विचार सामने आया । यह सोचा गया कि यह प्रशिक्षण केंद्र भारतीय तटरक्षक एवं बाह्य समुद्री एजेंसियों दोनों के कार्मिकों को तटरक्षक संबंधित विषयों में प्रशिक्षण प्रदान करेगी । तद्नुसार जनवरी 2002 में कमांडेंट गुरूपदेश के अधीन अफसर मंडल को तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना का काम सौंपा गया । उनकी सिफारिश के अनुसार तटरक्षक मुख्यालय ने तटरक्षक उद्देश्य की पूर्ति हेतु तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना का निर्णय लिया । तत्पश्चात सन् 2002 में तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हुई एवं तटरक्षक जिला मुख्यालय संख्या-4 के परिसर में इसने काम करना प्रारंभ किया ।
तटरक्षक अफसरों एवं भर्ती कार्मिकों को तटरक्षक संबंधित विषयों में प्रशिक्षित करने के लिए एक अंतरिम उपाय के रूप में, तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई । किंतु कुछ वर्षों के दौरान कोर्सों की संख्या में वृद्धि है । इस संस्थान ने अन्य समुद्री एजेंसियों के कार्मिकों को भी प्रशिक्षण प्रदान करना प्रारंभ किया है । प्रत्येक वर्ष प्रशिक्षुओं की संख्या में भी वृद्धि हो रही है । वर्तमान में, प्रत्येक वर्ष तटरक्षक एवं अन्य संगठनों के लगभग 500 कार्मिक विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं । तटीय समुद्री पुलिस, आई आर बी एम, बी एस एफ वाटर विंग एन ए सी ई एन तथा कस्टम जैसी सरकारी एजेंसियों के कार्मिकों को भी तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षित किया जाता है । मालद्वीप, बांग्लादेश के विदेशी अफसरों को भी इस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षित किया गया है ।
Back to Top
अंतिम नवीनीकृत :
23/03/2016
अंतिम नवीनीकृत:
21/11/2024
आगंतुक काउंटर :
2359663
साइटमैप
|
नियम और शर्तें
|
दावा-त्याग
|
मदद
|
वेबसाइट नीतियां
|
प्रतिक्रिया
|
आई टी वेब प्रबंधक
|
संग्रह
|
सुलभता
|
साइट की संकल्पना विकास और होस्टिंग राष्ट्रीय सूचना विज्ञान © इसके विषयवस्तु का स्वामित्व, रखरखाव एवं अद्यतनीकरण भारतीय तट रक्षक, भारत सरकार के अंतर्गत आता है।.