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“कल आने वाली चुनौतियों के लिए प्रशिक्षण”
तटरक्षक में प्रशिक्षण को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोलने का विचार सामने आया । यह सोचा गया कि यह प्रशिक्षण केंद्र भारतीय तटरक्षक एवं बाह्य समुद्री एजेंसियों दोनों के कार्मिकों को तटरक्षक संबंधित विषयों में प्रशिक्षण प्रदान करेगी । तद्नुसार जनवरी 2002 में कमांडेंट गुरूपदेश के अधीन अफसर मंडल को तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना का काम सौंपा गया । उनकी सिफारिश के अनुसार तटरक्षक मुख्यालय ने तटरक्षक उद्देश्य की पूर्ति हेतु तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना का निर्णय लिया । तत्पश्चात सन् 2002 में तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हुई एवं तटरक्षक जिला मुख्यालय संख्या-4 के परिसर में इसने काम करना प्रारंभ किया ।
तटरक्षक अफसरों एवं भर्ती कार्मिकों को तटरक्षक संबंधित विषयों में प्रशिक्षित करने के लिए एक अंतरिम उपाय के रूप में, तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई । किंतु कुछ वर्षों के दौरान कोर्सों की संख्या में वृद्धि है । इस संस्थान ने अन्य समुद्री एजेंसियों के कार्मिकों को भी प्रशिक्षण प्रदान करना प्रारंभ किया है । प्रत्येक वर्ष प्रशिक्षुओं की संख्या में भी वृद्धि हो रही है । वर्तमान में, प्रत्येक वर्ष तटरक्षक एवं अन्य संगठनों के लगभग 500 कार्मिक विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं । तटीय समुद्री पुलिस, आई आर बी एम, बी एस एफ वाटर विंग एन ए सी ई एन तथा कस्टम जैसी सरकारी एजेंसियों के कार्मिकों को भी तटरक्षक प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षित किया जाता है । मालद्वीप, बांग्लादेश के विदेशी अफसरों को भी इस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षित किया गया है ।
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अंतिम नवीनीकृत :
23/03/2016
अंतिम नवीनीकृत:
02/12/2024
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