सुरूचि - समय के साथ कुशलता में वृद्धि के लिए
सुरूचि (कल्याण) का लक्ष्य तटरक्षिकाओं को विभिन्न कलाओं में प्रशिक्षित कर उन्हें वित्तीय स्वतंत्रता एवं आत्मविश्वास दिलाना है । कल्याण तटरक्षिका कल्याण संघ का केंद्र बिंदु होने के कारण, इसके लिए विभिन्न कदम उठाता है, साथ ही तटरक्षिकाओं में विभिन्न कलाओं का अंतर्निवेश भी कराता है । चित्रकला , सिलाई , कढ़ाई और ब्यूटरिशन के लिए तटरक्षिका कल्याण केंद्र में नियमित कक्षायें और प्रदर्शन संचालित किए जाते हैं ।
सुरूचि द्वारा की गई गतिविधियाँ निम्नानुसार हैं: -
ð महिला सशक्तिकरण
ð व्यवसायी कोर्स
ð लघु उद्योगों पर कार्यशालाएं
ð पुस्तकालय
ð हॉबी कक्षाएं जैसे ब्लॉक प्रिंटिंग, वारली पेंटिंग, मधुबनी आर्ट्स आदि
ð सेल्फ ग्रूमिंग
श्रीमती कमलेश, श्रीमती जीजा सदानंदन, (कार्यवाहक उपाध्यक्ष तातृक्ष) द्वारा कल्याण केंद्र में 14 जनवरी 2020 को re बजरे की टिक्की और लड्डू ’का प्रदर्शन किया गया था। सुरूची टीम ने 20 फरवरी 2020 को az पलाज़ो पंत सिलाई ’का प्रदर्शन आयोजित किया। श्रीमती अंजू ने पलाज़ो और सीधे पेंट के कटिंग और सिलाई का चित्रण किया। 17 मार्च 2020 को, डॉ। सुमीना उपाध्याय द्वारा ’मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए बुनियादी अभ्यास’ पर एक व्याख्यान दिया गया था, उन्होंने विभिन्न अभ्यासों का प्रदर्शन किया जो घर पर आसानी से किया जा सकता है ताकि लोच में सुधार हो सके
आगंतुक काउंटर :