महानिदेशक राकेश पाल, एविएसएम, पीटीएम, टीएम 

महानिदेशक भारतीय तटरक्षक

 

        महानिदेशक राकेश पाल, एविएसएम, पीटीएम, टीएम भारतीय तटरक्षक के 25 वें महानिदेशक के रूप में नियुक्त किये गए हैं। महानिदेशक, भारतीय नौसेना अकादमी के पूर्व छात्र हैं और इनकी नियुक्ति भारतीय तटरक्षक में जनवरी 1989 को को हुई थी । इन्होंने भारतीय नौसेना विद्यालय द्रोणाचार्य, कोच्ची से गनरी व शस्त्र प्रणाली में और यूनाइटेड किंगडम से इलेक्ट्रो-ऑप्टिक फायर कंट्रोल सॉल्युशन पाठ्यक्रम में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त किया हैं । फ्लैग अफसर को भारतीय तटरक्षक के प्रथम गनर होने का गौरव प्राप्त हैं।

 

      महानिदेशक ने 34 वर्षो से अधिक के अपने लम्बे और उत्कृष्ट कार्यकाल में, दोनों तटीय और अपतटीय युनिटों में अनेको महत्वपूर्ण नियुक्तियों पर कमान सम्भाली है, जिनमें से कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर पश्चिमी), गांधीनगर, तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में उप महानिदेशक (नीति एवं योजना) और अपर महानिदेशक, भारतीय तटरक्षक प्रमुख हैं । इसके अलावा, उन्होंने तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में विभिन्न प्रतिष्ठित पदों जैसे कि निदेशक (अवसंरचना एवं निर्माण) और प्रधान निदेशक (प्रशासन) पर कार्य किया है। फ्लैग अफसर को समुद्री गतिविधियों में व्यापक अनुभव हैं, और भारतीय तटरक्षक पोतो जिनमें मुख्यतः भारतीय तटरक्षक पोत समर्थ, भारतीय तटरक्षक पोत विजित, भारतीय तटरक्षक पोत सुचेता कृपलानी, भारतीय तटरक्षक पोत अहिल्याबाई और भारतीय तटरक्षक पोत सी-03 जैसे सभी श्रेणियों के पोतो की कमान सम्भाली हैं। फ्लैग अफसर नें गुजरात के ओखा और वाडिनार जैसे दो महत्वपूर्ण तटरक्षक बेस की भी कमान सम्भाली है।
 

       फ्लैग अफसर, फरवरी 22 को अपर महानिदेशक के पद पर पदोन्‍नत हुए और तदुपरांत अपर महानिदेशक के रूप में तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में नियुक्त किये गए । उन्हें 01 फरवरी 23 से महानिदेशक, भारतीय तटरक्षक का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया । इनके शीर्ष, नेतृत्व के दौरान, कई प्रमुख संक्रियाएं और अभ्यास सफलतापूर्वक सम्पन्न किए गए , जिसमें ड्रग्स/ मादक पदार्थों , करोड़ो रुपये के सोने की जब्ती, गम्भीर चक्रवाती तूफान के दौरान नाविकों का बचाव, विदेशी तटरक्षकों के साथ संयुक्त अभ्यास, अवैध शिकार रोकने सम्बंधी अभियान, चक्रवात/प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता और तटीय सुरक्षा अभ्यास शामिल हैं।
 

       महानिदेशक को इनकी सराहनीय और उत्कृष्ट सेवा के सम्मान में, उन्हें  अति विशिष्ट सेवा पदक (एविएसएम), राष्ट्रपति तटरक्षक पदक (पीटीएम) और तटरक्षक पदक (टीएम) से सम्मानित किया गया है।

 

     महानिदेशक, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं । वह संगीत प्रेमी है और खेलकूद में काफी रूचि रखते हैं। उनका विवाह श्रीमती दीपा पाल से हुआ है और इनकी दो पुत्रियाँ है, जिनका नाम स्नेहल और तारुषी है।

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अंतिम नवीनीकृत: 19/04/2024

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