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तटरक्षक भर्ती कार्मिकों का 09-24 सप्ताह की अवधि का प्रारंभिक प्रशिक्षण आई एन एस चिल्का में होता है । इसके बाद 4 सप्ताह का प्रशिक्षण पोत पर होता है । 12-24 सप्ताह की अवधि का प्रशिक्षण नौसेना प्रशिक्षण केंद्र पर होता है । यांत्रिकगण अपने विभिन्न कैडरों (इंजीनियरिंग इलेक्ट्रिकल/शिपराइट) में दक्षता प्रमाणन के लिए कोर्स करते हैं ।
वरिष्ठता के विभिन्न स्तरों पर व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है । सभी तटरक्षक अफसरों को खोज एवं बचाव समुद्री कानून, बोर्डिंग समुद्र प्रबंधन एवं समुद्र प्रदूषण नियंत्रण आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाता है । अधीनस्थ अफसरों को समुद्री कानून में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है । अफसरों एवं भर्ती कार्मिकों को उनके क्षेत्र में विशेष प्रशिक्षण प्रदान कराया जाता है । विदेशों में भी प्रशिक्षण का आयोजन किया जाता है । मध्यम स्तर के अफसरों तथा वरिष्ठ अफसरों के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान से प्रबंधन विकास कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्रदान कराया जाता है । प्रबंधन विकास कार्यक्रम के अतिरिक्त अनुसंधान एवं औद्योगिक स्टाफ निष्पादन केंद्र भोपाल द्वारा व्यवहारिक ज्ञान से संबधित विषयों पर भी प्रशिक्षण कराया जाता है । संस्थान में विभिन्न तकनीकी पाठ्यक्रमों एवं सूचना प्रौद्योगिक संबंधी पाठ्यक्रमों पर प्रशिक्षण दिया जाता है । उड्डयन एवं अन्य ऐसे प्रशिक्षण जो तटरक्षक में नहीं दिये जाते हैं, उस पर उत्तम एवं आधुनिक प्रशिक्षण दिलवाने के लिए सिविल संस्थानों की सहायता की जाती है ।
तटरक्षक का अपना प्रशिक्षण केंद्र कोची में है । इस केंद्र में तटरक्षक की विशिष्ट भूमिकाओं जैसे बोर्डिंग, खोज एवं बचाव, प्रदूषण प्रतिक्रिया, संक्रिया एवं विधिक कोर्स, समुद्री कानून, तस्कर विरोधी एवं निस्तारण से संबंधित विषयों पर प्रशिक्षण कराया जाता है । एझीमाला में समर्पित तटरक्षक प्रशिक्षण अकादमी के निर्माण की परियोजना पर त्वरित गति से कार्य हो रहा है ।
भारतीय तटरक्षक आई आर एस/कस्टम/लाइट हाउस, बी एस एफ तथा राज्य समुद्री पुलिस को तटरक्षक के विशिष्ट पाठ्यक्रमों पर प्रशिक्षण प्रदान करती है ।
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अंतिम नवीनीकृत :
12/10/2020
अंतिम नवीनीकृत:
10/09/2024
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