क्षेत्रीय कमांडर (उत्तर पूर्व)

महानिरीक्षक इकबाल सिंह चौहान, तटरक्षक पदक
कमांडर, तटरक्षक क्षेत्र (उ.पू.)

महानिरीक्षक इकबाल सिंह चौहान, तटरक्षक पदक ने दिनांक 14 सितंबर 2023 को कमांडर, तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर पूर्व), कोलकाता के रूप में पदभार संभाला। अधिकारी 13वें बैच के,प्रत्यक्ष प्रविष्टि तटरक्षक अधिकारी है।

अधिकारी नौसेना अकादमी, गोवा और न्यूक्लियर बायोलोजिकल केमिकल डेमेज स्कूल, लोनावाला के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट, सिकंदराबाद से अपना हाइयर डिफेंस मैनेजमेंट कोर्स पूरा किया। उन्होंने 24वें जाइंट सिविल मिलटरी ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में भी भाग लिया। फ्लैग अधिकारी विदेशी संस्थानों से अग्रिम पोतारोहण संक्रियाओं, आपदा प्रबंधन और आसूचना में प्रशिक्षित है। फ्लैग अधिकारी ने प्रबंधन विज्ञान और अंग्रेजी साहित्य में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। तीन दशकों से अधिक के अपने शानदार करियर के दौरान महानिरीक्षक चौहान ने भारतीय तटरक्षक जहाजों के सभी वर्गों की कमान संभाली है, जैसे कि अग्रिम अपतटीय गश्ती पोत, प्रदूषण नियंत्रण पोत, तीव्र और तटवर्ती गश्ती पोत। फ्लैग अधिकारी की महत्वपूर्ण तटीय नियुक्तियों में उप महानिदेशक, नाविक ब्यूरो, मुंबई, पश्चिम बंगाल और गुजरात राज्य के तटरक्षक कमांडर और प्रभारी अधिकारी, तटरक्षक कार्य संगठन शामिल हैं। उन्होंने महानिदेशक भारतीय तटरक्षक के स्टाफ अधिकारी के रूप में भी कार्य किया है।

फ्लैग अधिकारी को 'तटरक्षक पदक', 'महानिदेशक, भारतीय तटरक्षक की प्रशस्ति' प्राप्त हैं और स्वापक नियंत्रण में विभिन्न सफल संक्रियाओं के संचालन के लिए महानिदेशक, स्वापक नियंत्रण ब्यूरो द्वारा उनकी सराहना भी की गई थी। इसमें वर्ष 2017 में ₹ 6500.00 करोड़ रुपये की हेरोइन की सबसे बड़ी जब्ती शामिल है। पोतों की अपनी कमान के दौरान, तटरक्षक पोत समर ने वर्ष 2015-16 के लिए मोस्ट स्पिरिटेड शिप की ट्रॉफी जीती और तटरक्षक पोत रामादेवी ने वर्ष 2002 के लिए सर्वश्रेष्ठ तटरक्षक खोज और बचाव पोत का खिताब जीता। कमांडर तटरक्षक गुजरात के रूप में, इन्होंने सर्वश्रेष्ठ तटरक्षक तटीय स्टेशन की ट्रॉफी प्राप्त की।

फ्लैग अधिकारी का विवाह श्रीमती अमरदीप से हुई है और उनके एक सुपुत्र सिमरपाल सिंह है, जो एक बिजनेसमैन है।